Ek bharat Shreshtha bharat Yojana!! नमस्कार दोस्तों हमारा भारत देश ‘विविधता में एकता’ वाला देश है। यहां पर विभिन्न प्रकार की संस्कृति,भाषा, रहन-सहन, आचार विचार, वेशभूषा देखने को मिलती है। रहन-सहन, खानपान एवं वेशभूषा अलग होने के बावजूद कुछ बात है जो हमें एक दूसरे से जोड़ती है। हर क्षेत्र की एक भाषा होती है, उसका एक रुतबा होता है, उसकी एक पहचान होती है फिर भी हमारा देश अखंड है।

Ek bharat Shreshtha bharat Yojana
‘एक भारत श्रेष्ठ भारत योजना’ की शुरुआत 31 अक्टूबर 2015 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इस योजना की शुरुआत सरदार वल्लभभाई पटेल की 140 वें जन्म दिवस के अवसर पर की गयी। जैसा कि हमने शुरुआत में बताया था कि हमारा भारत विविधता में एकता वाला देश है लेकिन इस एकता को दिखाने के लिए Human Contact बहुत जरूरी है। जैसे एक व्यक्ति का दूसरे व्यक्ति से, एक राज्य का दूसरे राज्य से, एक कलाकार का दूसरे कलाकार से तथा एक लेखक का दूसरे लेखक से।
उद्देश्य
1. भाषायी ,भौगोलिक दूरियों के बावजूद राष्ट्रीय एकता को स्थापित करना।
2. लोगों को भारत के विभिन्न राज्यों की संस्कृति, सभ्यता एवं भाषा से परिचित कराना।
3. प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन हेतु राज्यों के साथ आपसी विचार विमर्श करने के लिए समितियों का गठन करना।
Ek bharat Shreshtha bharat states Pairing
इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक वर्ष दो -दो राज्यों के Pair बनाए जाएंगे और राज्यों के Pair इस आधार पर बनाए जाएंगे कि उनकी भाषाएं अलग अलग हो तथा उनमें से एक उत्तरी राज्य तथा दूसरा दक्षिणी राज्य हो जैसे चंडीगढ़ उत्तर से तथा दादरा और नगर हवेली दक्षिण से। इसी प्रकार प्रत्येक वर्ष एक राज्य किसी अन्य राज्य को चुनेगा। चुने गए राज्य की निर्धारित अवधि 2 वर्ष रखी गई है। इन 2 वर्षों के दौरान कलाकारों, लेखकों ,लोक कलाओं को एक मंच प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है।
हम सभी जानते हैं कि संस्कृति, भाषा ,साहित्य ,कला एवं संवेदनाओं की कोई सीमाएं नहीं होतीं। यह सभी चीजें भौगोलिक सीमाओं को तोड़कर बाहर जाती हैं। यदि संवेदनाओं का धरातल एक हो तो भूगोल कभी अड़चन नहीं डालता। दादरा एवं नगर हवेली तथा चंडीगढ़ दोनों केंद्र शासित प्रदेश हैं दोनों का सीमित दायरा है। सीमित दायरों में रहकर भी इन दोनों केंद्र शासित प्रदेशों ने सांस्कृतिक पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर कायम रखा है यह अपने आप में एक जीवंतता है जो देश को एकता के सूत्र में बांधती है।

भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल जी का सपना था कि हमारा भारत अखंड बने। भारत को अखंड बनाने के लिए उन्होंने भरसक प्रयास किया और अपने मकसद में कामयाब हुए। परंतु यहां पर केवल भौगोलिक दृष्टि से एकता एवं अखंडता की बात नहीं है। हम अपने देश के लोगों में इस प्रकार की भावना पैदा करें कि लोग एक दूसरे की भाषा, धर्म, जाति, रहन सहन ,संस्कृति तथा मान्यताओं का सम्मान करें तभी हम सही मायनों में अखंड हो सकेंगे।
Ek Bharat Shreshtha Bharat States Name
इस योजना के अंतर्गत प्रथम चरण के लिए निम्नलिखित राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है-
1. लक्षद्वीप – अंडमान निकोबार दीप समूह
2. दिल्ली – सिक्किम और असम
3. उत्तर प्रदेश – मेघालय और अरुणाचल प्रदेश
4. मध्य प्रदेश – नागालैंड और मणिपुर
5. गोवा – झारखंड
6. चंडीगढ़ – दादरा और नगर हवेली
7. पुडुचेरी – दमन और दीव
8. पंजाब – आंध्र प्रदेश
9. जम्मू कश्मीर – तमिलनाडु
10. हरियाणा – तेलंगाना
11. उत्तराखंड – कर्नाटक
12. गुजरात – छत्तीसगढ़
13. महाराष्ट्र – उड़ीसा
14. बिहार – मिजोरम और त्रिपुरा
15. राजस्थान – पश्चिम बंगाल
16. हिमाचल प्रदेश – केरल
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