Jaiv Vividhata Kise Kehte hain? नमस्कार दोस्तों, Exam Notes Find मैं आपका स्वागत है। आज मैं आपके लिए पर्यावरण विषय के अंतर्गत जैव विविधता (Biodiversity) के बारे में संपूर्ण जानकारी दूंगा। इसे पढ़ने के बाद आप जैव विविधता से संबंधित सभी प्रश्नों के उत्तर देने में सक्षम हो जाएंगे-
जैव विविधता किसे कहते हैं? What is biodiversity?
जैव विविधता के लिए आवश्यक शर्तें
“किसी क्षेत्र विशेष में जीव जंतुओं एवं पेड़-पौधों की भिन्नता का पाया जाना जैव विविधता कहलाता है”।
किसी भी क्षेत्र में जैव विविधता के लिए सर्वाधिक वर्षा एवं उच्च तापमान की अत्यंत आवश्यकता होती है। जाहिर सी बात है कि जिस क्षेत्र में वर्षा अधिक होगी तथा तापमान अधिक होगा उस क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधे उग आएंगे। अत्यधिक पेड़ पौधों के उगने से वहां पर जीव जंतुओं का विकास होगा इस प्रकार उस क्षेत्र में जैव विविधता अधिकतम
भारत में जैव विविधता वाले क्षेत्र
पृथ्वी पर सबसे ज्यादा जैव विविधता विषुवत रेखा के आसपास के क्षेत्रों (जिसे हम उष्णकटिबंधीय क्षेत्र कहते हैं) में पाई जाती है। विषुवत रेखा से ध्रुवों की ओर जाने पर तापमान कम होता जाता है इसलिए तापमान कम होने तथा वर्षा कम होने के कारण पेड़ पौधों का विकास नहीं हो पाता है। इसलिए ध्रुवीय क्षेत्रों में जैव विविधता कम पाई जाती है।
पश्चिमी घाट (Western Gtats)- हम यह समझ चुके हैं कि जैव विविधता के लिए अधिक तापमान तथा अधिक वर्षा का होना अति आवश्यक है। भारत के निचले हिस्से में तापमान अधिक होता है जिसके कारण इस हिस्से में जैव विविधता सर्वाधिक पाई जाती है। भारत में स्थित पश्चिमी घाट पर दक्षिण पश्चिम अरब सागर से आने वाली मानसूनी हवाएं वर्षा कराती हैं। यहां पर तापमान भी अधिक रहता है। अतः पश्चिमी घाट पर अत्यधिक जैव विविधता पाई जाती है।
पूर्वी हिमालय (Eastern Himalaya)- हिमालय का यह भाग कर्क रेखा के पास स्थित है जिसके कारण यहां पर तापमान अधिक होता है तथा वर्षा भी अधिक होती है। अतः यहां पर भी अत्यधिक जैव विविधता पाई जाती है।
निम्नलिखित बिंदुओं को ध्यान से पढ़ें-
1. भारत में सबसे अधिक जैव विविधता शांत घाटी ( केरल) में पाई जाती है।
2. भारत में सबसे कम जैव विविधता कश्मीर घाटी में पाई जाती है।
3. जैव विविधता दिवस प्रत्येक वर्ष 22 मई को मनाया जाता है।
4. ‘Biodiversity’ शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम वॉल्टर जी रोसेन ने किया था।
5. संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO) ने वर्ष 2011 से 2020 तक के दशक को जैव विविधता दशक घोषित किया है।
जैव विविधता संरक्षण के उपाय
1. स्वस्थाने संरक्षण- इस विधि में जीव जंतु तथा पेड़ पौधों को उनके निवास स्थान पर ही संरक्षण दिया जाता है।
उदाहरण- राष्ट्रीय पार्क, वन्य जीव अभ्यारण, जैव मंडल आरक्षित क्षेत्र।
2. वाह्य स्थाने संरक्षण- इस विधि में जीव जंतुओं तथा पेड़ पौधों को उसके निवास स्थान से अलग करके किसी दूसरे स्थान पर संरक्षण प्रदान किया जाता है।
उदाहरण- चिड़ियाघर
राष्ट्रीय उद्यान (National Park) किसे कहते हैं?
जैव विविधता का एक ऐसा क्षेत्र जिसमें मानव संबंधित गतिविधियां संभव ना हो, बाहरी जानवरों का प्रवेश वर्जित हो, वहां के पेड़ पौधों को तोड़ना एवं जानवरों का शिकार करना मना हो, राष्ट्रीय उद्यान कहलाता है। वर्तमान समय में भारत में 105 राष्ट्रीय उद्यान हैं।
भारत के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान (List Of National Park in India)
1. जिम कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान- यह भारत का पहला राष्ट्रीय पार्क है इस पार्क की स्थापना सन 1936 में हुई थी। पहले इसे हैली (Haily) राष्ट्रीय उद्यान के नाम से जाना जाता था।
2. दुधवा राष्ट्रीय उद्यान- यह उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में स्थित है। दुधवा राष्ट्रीय उद्यान उत्तर प्रदेश का एकमात्र राष्ट्रीय पार्क है।
3. हेमिस राष्ट्रीय उद्यान- यह जम्मू कश्मीर में स्थित राष्ट्रीय उद्यान है। यह भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है।
4. साउथ वटन द्वीप राष्ट्रीय उद्यान- यह अंडमान निकोबार में स्थित है। यह भारत का सबसे छोटा राष्ट्रीय उद्यान है।
5. दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान- यह जम्मू कश्मीर में है। यहां पर कश्मीरी हंगुल तथा कश्मीरी स्टैग पाए जाते हैं।
6. केबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान- यह मणिपुर में स्थित है यह विश्व का एकमात्र तैरता हुआ राष्ट्रीय उद्यान है।
7. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान- यह मध्य प्रदेश में स्थित है इसका निर्माण टाइगर के संरक्षण के लिए किया गया है।
8. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान- यह राजस्थान राज्य में स्थित है इसका निर्माण सारस के संरक्षण के लिए किया गया है।
9. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान- यह असम राज्य में स्थित है इसका निर्माण एक सींग वाले गैंडा के संरक्षण के लिए किया गया है।
10. पेरियार राष्ट्रीय उद्यान- यह केरल राज्य में स्थित है इसका निर्माण हाथियों के संरक्षण के लिए किया गया है।
11. बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान- यह कर्नाटक राज्य में स्थित है इसका निर्माण हाथियों के संरक्षण के लिए किया गया है।
वन्य जीव अभ्यारण क्या है?
वन्य जीव अभ्यारण राष्ट्रीय पार्क के समान ही होते हैं। यहां पर अनुमति मिलने पर ही मानव प्रवेश एवं शिकार करना संभव है अनुमति मिलने पर पशु चारण एवं वृक्षों का कटाव संभव है।
नोट – वन्यजीव अभयारण्य एवं राष्ट्रीय पार्क की घोषणा राज्य सरकार करती है।
वर्तमान समय में 543 वन्य जीव अभ्यारण है जिसमें सबसे अधिक वन्य जीव अभ्यारण महाराष्ट्र में स्थित है।
भारत के प्रमुख वन्य जीव अभ्यारण (Vanya Jiv Abhyaran In India)
1. कच्छ डेजर्ट (गुजरात)- यह भारत का सबसे बड़ा वन्य जीव अभ्यारण है।
2. पिट्टी एवं गूंज इजलैंड ( लक्षदीप)- जय भारत का सबसे छोटा वन्य जीव अभ्यारण है।
उत्तर प्रदेश में 25 वन्य जीव अभ्यारण है।
3. हस्तिनापुर (मेरठ)- यह उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा वन्य जीव अभ्यारण है।
4. पटना ( एटा)- यह उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा वन्य जीव अभ्यारण है।
जैव मंडल आरक्षित क्षेत्र क्या है?
जैव मंडल आरक्षित क्षेत्र से तात्पर्य ऐसे क्षेत्र से होता है जो किसी जीव- जंतु या पेड़ -पौधों के लिए निश्चित कर दिया गया हो। सन 1971 में यूनेस्को के द्वारा मानव एवं जैव मंडल कार्यक्रम चलाया गया था इसके तहत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जैव मंडल आरक्षित क्षेत्र के प्रबंधन की जानकारी यूनेस्को ने दी थी। भारत में 18 जैव मंडल आरक्षित क्षेत्र है जिनमें से 11 को यूनेस्को ने अपना संरक्षण दिया है।
18 जैव आरक्षित क्षेत्रों के नाम
1. लेह/ शीत मरुस्थल- जम्मू कश्मीर
2. नंदा देवी- उत्तराखंड (यूनेस्को द्वारा संरक्षित)
3. कंचनजंघा- सिक्किम (यूनेस्को द्वारा संरक्षित)
4. नाकरेक- मेघालय (यूनेस्को द्वारा संरक्षित)
5. सिमलीपाल- उड़ीसा ( यूनेस्को द्वारा संरक्षित)
6. सुंदरवन- पश्चिम बंगाल ( यूनेस्को द्वारा संरक्षित)
7. ग्रेट निकोबार- अंडमान निकोबार ( यूनेस्को द्वारा संरक्षित)
8. सलेम- आंध्र प्रदेश
9. मन्नार की खाड़ी- तमिलनाडु (यूनेस्को द्वारा संरक्षित)
10. नीलगिरी- केरल ( यूनेस्को द्वारा संरक्षित)
11. अगस्थ्यामलाई- तमिलनाडु ( यूनेस्को द्वारा संरक्षित)
12. कच्छ का रण- गुजरात
13. पंचमढ़ी- मध्य प्रदेश ( यूनेस्को द्वारा संरक्षित)
14. अमरकंटक- मध्य प्रदेश
15. पन्ना- मध्य प्रदेश
16. मानस- असम ( यूनेस्को द्वारा संरक्षित)
17. दिहांग दियांडा- अरुणाचल प्रदेश
18. डिप्रूसैरवोवा- असम
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