Top Amazing Facts In earth hindi me

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Top Amazing Facts In earth hindi me

Top Amazing Facts In Hindi जैसा कि आप जानते हैं कि हमारी पृथ्वी रहस्यों से भरी पड़ी है। इसी पृथ्वी पर करोड़ों जातियां, पशु- पक्षी, वनस्पतियां, जीव- जंतु निवास करते हैं। आज हम आपको पृथ्वी के कुछ रहस्यों के बारे में बताएंगे, तो आइए शुरू करते हैं-

1. दिन हमेशा से 24 घंटे का नहीं था- ( Top Amazing Facts In hindi)

अगर मैं आपसे पूछूं कि 1 दिन में कितने घंटे होते हैं तो आपका जवाब होगा 24 घंटे। यह तो एक साधारण सा सवाल है लेकिन हमेशा से ऐसा नहीं था। आज से करीब 6.5 करोड़ वर्ष पूर्व 1 दिन में सिर्फ 21 घंटे 54 मिनट हुआ करते थे। दरअसल चंद्रमा, सूरज और दूसरे ग्रहों के गुरुत्वाकर्षण से समुद्र में आने वाले ज्वार भाटा के कारण पृथ्वी की कक्षा में थोड़ा-बहुत बदलाव आता रहता है। और हर 100 साल में 1 दिन का समय 1.7 मिली सेकंड कम होता जाता है। पृथ्वी पर होने वाली आपदाओं के कारण भी दिन के समय में परिवर्तन आता है।

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2. पृथ्वी गोल नहीं है-

आप बचपन में प्राथमिक कक्षाओं की किताबों में पढ़े होंगे कि पृथ्वी गोल है लेकिन दोस्तों आपको शायद यह नहीं पता होगा कि पृथ्वी पूरी तरह से गोल न होकर अपने ध्रुवों पर थोड़ी चपटी है दरअसल भूमध्य रेखा की और पृथ्वी अपनी कक्षा पर इतनी गति से घूमती है कि पृथ्वी का आकार ऐसा हो गया है। वैज्ञानिकों ने पृथ्वी को पृथ्वाकार कहां है जिसे जियोड़ कहते हैं।

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3. भू चुंबकीय क्षेत्र का पलटना-

जैसा कि आप जानते होंगे कि पृथ्वी के ध्रुव भी एक प्राकृतिक चुंबक की तरह काम करते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि पृथ्वी अपनी चुंबकीय दिशाओं को पलटती रहती है और आने वाले समय में भी ऐसा होगा, लेकिन दोस्तों चिंता करने की बात नहीं है क्योंकि इसका हम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला। इससे दुनिया की सभी कम्पास बिगड़ जाएंगे। परंतु कुछ जीवो जैसे डॉल्फिन तथा व्हेल मछलियों को परेशानी होगी क्योंकि यह चुंबकीय तरंगों से अपना रास्ता खोजते हैं।

4. असमान गुरुत्वीय प्रभाव-

दोस्तों आप सभी यह सोचते होंगे कि पृथ्वी पर सभी जगह एक समान गुरुत्वाकर्षण पाया जाता है। लेकिन ऐसा नहीं है सन 2009 में एक सेटेलाइट द्वारा पृथ्वी की कई हिस्सों की ग्रेविटी नापी गई थी जिसने सर्वप्रथम यह बताया कि पृथ्वी पर अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग ग्रेविटी पाई जाती है।

5. पैंजिया-

आज से 3 करोड़ों वर्ष पहले सभी महाद्वीप एक साथ जुड़े थे यह संपूर्ण पृथ्वी का एक तिहाई भाग था। यही इस पृथ्वी का संपूर्ण क्षेत्र पैंजिया कहलाता था। 1 करोड़ 50 लाख वर्ष पहले पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेटों की हलचल से धीरे-धीरे सभी महाद्वीप अलग हो गए। जो वर्तमान के सात अलग-अलग साथ अलग अलग महाद्वीप हैं।

6. पहले पृथ्वी बैंगनी थी-

अब आप कहेंगे कि भई ये तो ज्यादा हो रहा है। डार्विन कहते हैं कि हम बंदर थे और आपने पृथ्वी को भी बैंगनी कर दिया। लेकिन दोस्तों कुछ खगोलीय जीव वैज्ञानिकों की माने तो यह पूरी तरह से सत्य है। दरअसल पृथ्वी पर पाए जाने वाले शुरुआती जीव क्लोरोफिल की जगह बैंगनी रंग के एक रसायन का इस्तेमाल करके सूर्य की किरणों की सहायता से भोजन बनाया करते थे। इस रसायन को Retinal नाम दिया गया है। इस कारण हमारे ग्रह का रंग भी बैंगनी था। लेकिन बाद में जब पेड़ पौधे पृथ्वी पर हुए तो वे अपना भोजन बनाने के लिए क्लोरोफिल का इस्तेमाल करते थे। हरे रंग का क्लोरोफिल, बैंगनी रंग से ज्यादा सूर्य के प्रकाश को सोख सकता है, यही कारण है कि यह सबसे ज्यादा कारगर साबित हुआ।

7. पृथ्वी पर जीवन की शुरुआत कैसे हुई?

पृथ्वी पर लाखों-करोड़ों प्रजातियों के जीव रहते हैं लेकिन उनमें से सबसे बुद्धिमान जीव यानी कि हम इंसान अभी तक यह पता नहीं लगा सके हैं कि पृथ्वी पर हम लोग आए कहां से। कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि पृथ्वी के सभी जीव जंतु उन अणुओं से बने हैं जो पृथ्वी पर उस समय मौजूद थे। ये अणु अपने आप को दोहरा सकते थे जैसे कि डीएनए होता है। लेकिन ये अणु पृथ्वी पर ही बने या ब्रह्मांड में दूर किसी ग्रह से आए यह अभी तक साफ नहीं है। वैसे ज्यादातर वैज्ञानिकों का यही दावा है कि अणु पृथ्वी के निर्माण के साथ ही बने और हम कोई एलियन नहीं है।

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